The Shodashi Diaries
Wiki Article
Inspiration and Empowerment: She's a image of strength and braveness for devotees, particularly in the context with the divine feminine.
The Mahavidya Shodashi Mantra supports psychological balance, advertising therapeutic from earlier traumas and internal peace. By chanting this mantra, devotees come across launch from detrimental thoughts, establishing a balanced and resilient way of thinking that assists them experience lifetime’s challenges gracefully.
चक्रेश्या पुर-सुन्दरीति जगति प्रख्यातयासङ्गतं
कन्दर्पे शान्तदर्पे त्रिनयननयनज्योतिषा देववृन्दैः
Shodashi’s Strength fosters empathy and kindness, reminding devotees to approach others with knowledge and compassion. This profit encourages harmonious associations, supporting a loving method of interactions and fostering unity in loved ones, friendships, and community.
ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः
गणेशग्रहनक्षत्रयोगिनीराशिरूपिणीम् ।
Shodashi Goddess is one of the dasa Mahavidyas – the 10 goddesses of knowledge. Her name implies Shodashi that she is definitely the goddess who is often 16 many years outdated. Origin of Goddess Shodashi happens right after Shiva burning Kamdev into ashes for disturbing his meditation.
या देवी हंसरूपा भवभयहरणं साधकानां विधत्ते
लक्ष्या या चक्रराजे नवपुरलसिते योगिनीवृन्दगुप्ते
चक्रे बाह्य-दशारके विलसितं देव्या पूर-श्र्याख्यया
यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं
इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।
स्थेमानं प्रापयन्ती निजगुणविभवैः सर्वथा व्याप्य विश्वम् ।